योग बल से भारत को देवभूमि बनाना है:राधा दीदी 

योग उपयोग से रोग प्रतिरोधक शक्ति घट जाती है


लखनऊ । वर्तमानमहामारी के विषम काल में तन को स्वस्थ, मन को शांत और जीवन को सुरक्षित रखने का एकमात्र विकल्प है दिनचर्या में योग का अभ्यास। यह सार निकला आज ब्रह्माकुमारीप्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा राजयोगिनी राधा दीदी के प्रयासों सेआयोजित 'हेल्थीबॉडीहैप्पीमाइंड‘ऑनलाइन कार्यक्रम में ।राधा दीदी ने कहा यह समय अंतर्मुखी हो स्वयं की पहचान और परमात्मा से शक्तियां लेने का है। उन्होंने राजयोग का अभ्यास भी कराया। आर्ट ऑफ लिविंग के समर्थ नारायण ने सफेद चीनी का उपयोग ना करने की सलाह दी क्योंकि इसके उपयोग से रोग प्रतिरोधक शक्ति घट जाती है। उन्होंने कहा मन हमारा मित्र है और हमारा शत्रु है तो हमारा सबसे बड़ा शस्त्र भी। स्वयं को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने के लिए योग के अभ्यास से ही मन को सशक्त कर सकते हैं।पतंजलियोगपीठ के लखनऊ मंडल के पियूष जी ने प्राणायाम, अनुलोम-विलोम व अन्य योगासन करवा के योग का महत्व बताया।केजीएमयू के डॉक्टर भूपेंद्र ने मानसिक व्यायाम कराएं, साथ ही सकारात्मक चिंतन और श्रेष्ठ साहित्य के अध्ययन की सलाह दी।  इस अवसर पर मुकेशमेश्राम, कमिश्नर लखनऊ मंडल; गायत्री परिवार के पी.डी. सारस्वत;डॉ. महेंद्र सिंह,कबीना मंत्री जल शक्ति विभाग तथा सुरेश राणा,कबीना मंत्री गन्ना विभाग ने भी योग संबंधी अनुभव व विचार साझा किए। श्री राणा ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री मोदी जी के सपनों को आगे बढ़ाते, भारत को योग बल से पुनः देवभूमि बनाना है। कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमारी स्वर्ण लता बहन ने किया।