'मेक इन इंडिया राखियों की धूम

'मेक इन इंडिया राखियों की धूम 


 

लखनऊ। चीन के उत्पाद का बहिष्कार और सीमा पर तनाव का असर ई कॉमर्स कंपनियों के पोर्टल पर भी दिख रहा है। पिछले वर्ष धड़ल्ले से चीनी राखियों को बेचने वाली यह कंपनिया अपने सभी राखी उत्पाद पर 'मेक इन इंडियां का ठप्पा लगाना नहीं भूल रही हैं। धागा, सोना, चांदी की बनी इन राखियों पर इन कंपनियों ने डिस्काउंट की भी अच्छी बौछार कर रखी है। तीन सौ से छह सौ की कीमत में बिक रही सोने-चांदी की राखियांधागा वाली राखियों के साथ सोने-चांदी की राखियां बिक रही हैं। इसमें ग्राहकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए रोली, चावल और चॉकलेट को भी शामिल किया गया है। पूजा करने के लिए पूजा वाला सिक्का और ग्रीङ्क्षटग कार्ड भी है। इन राखियों में भी 30 फीसदी तक की छूट दी जा रही है। सोने-चांदी की इन राखियों का निर्माण मुम्बई, कोलकाता और राजकोट में किया गया है। 40 से 80 फीसदी तक दे रही हैं छूटई-कंपनियों ने इस बार कोरोना काल के बीच में राखी त्योहार के बाजार को पकडऩे की कोशिश शुरु कर दी है। अभी तक बाजारों में चीन की बनी राखियों की बहुतायत होती रही है। लेकिन इस बार इन कंपनियों ने इस बार का विशेष ध्यान रखा है कि चीन की बनी राखियों को अपने पोर्टल से बाहर ही रखा है। इस बार पोर्टल पर धागा, रूद्राक्ष, कुंदन, अमलताश की राखियों में पूरे परिवार के लिए काम्बो आफर भी दिया जा रहा है। जिसमें भाई के साथ-साथ भाभी का भी खास ख्याल रखा गया है। इन काम्बो ऑफर में लगभग 80 फीसदी तक की छूट दी जा रही है। इसके साथ ही अन्य राखियों पर भी 40से 70 फीसदी तक छूट दी जा रही है।