पत्रकार की हत्या लोकतंत्र पर कुठाराघात : राजू भैया

पत्रकार की हत्या लोकतंत्र पर कुठाराघात : राजू भैया


पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर पत्रकारों में रोष, उठी सुरक्षा की मांग


बाराबंकी। गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या को लेकर पत्रकारों ने इस घटना पर विरोध व्यक्त करते हुए सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। बुधवार को नगर के गाँधी भवन में हिन्दी पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी की आत्मशांति की ईश्वर से प्रार्थना की गई। सभा की अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार द्विवेदी 'राजू भैया' ने कहा कि पत्रकारों पर हमला लोकतंत्र को चुनौती है। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को सुरक्षा प्रदान करने में वर्तमान सरकार विफल साबित हो रही है। पत्रकारों पर हमले सरकार के गाल पर वह तमाचा है जिसका दर्द सरकार के जिम्मेदारों को महसूस करना चाहिए। श्री भैया ने कहा कि इस बात के भी संकेत है कि सरकारी स्तर पर भी पत्रकारों पर अघोषित आपातकाल है।उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।


संगठन मंत्री रत्नेश कुमार ने कहा कि पत्रकार जोशी की हत्या करने वाले अपराधियों पर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए। पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकार भय के वातावरण में कार्य करने को विवश है। लोकतंत्र का चौथा खंभा अगर कमजोर रहेगा तो लोकतांत्रिक व्यवस्था चरमरा जायेगी। जिलाध्यक्ष पाटेश्वरी प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करने वालों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। पत्रकार समाज के हर वर्ग के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता है अगर उसके साथ इस तरह की घटना होती है तो ये शर्मनाक है। हम मांग करते हैं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए और पीड़ित पत्रकार को सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए।


संगठन के मंडल अध्यक्ष अशोक तिवारी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में सिर्फ निंदा करने से काम नहीं चलने वाला इतने बर्बर अत्याचार के लिए समस्त पत्रकारों को एकजुट होकर आंदोलन खड़ा करना चाहिए। देश में भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। लोगों की आवाज़ दबाई जा रही है और मीडिया को भी नहीं छोड़ा जा रहा है। संचालन कर रहे पत्रकार आसिफ हुसैन ने कहा कि पत्रकारों पर हो रहे हमलों की हिन्दी पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश घोर निंदा करती है। 


इस अवसर पर वक्ताओं ने मृतक के आश्रितों को 50 लाख रुपए मुआवजा एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। मौके पर अजीज अहमद अज्जू, मनीष सिंह, लवकुश शरण आनंद, अखिलेश मिश्र, दीपक तिवारी,  रणंजय शर्मा, कपिल सिंह यादव, दिनेश कश्यप, प्रदीप बाजपेई, अदीब किदवाई, महेंद्र सिंह, अनिल यादव आदि पत्रकार मौजूद रहे।