प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित: राहत आयुक्त

प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित: राहत आयुक्त: राहत आयुक्त

प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है, कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं: राहत आयुक्त

बाढ़ प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एनडीआरएफ,एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनात

प्रदेश में 94 बाढ़ शरणालय तथा 636 बाढ़ चैकी स्थापित: राहत आयुक्त

बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी 

बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है जिसमे 17 प्रकार की सामग्री वितरित की जा रही है

प्रदेश में 14 पशु शिविर स्थापित तथा 3,65,881 पशुओं का किया गया टीकाकरण: राहत आयुक्त

प्रभावित गांवों के पशुओं के लिये चारे हेतु 05 किलो भूसा प्रतिदिन प्रति पशु इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है

शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया, राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर व राप्ती बैराज श्रावस्ती में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है

आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी: राहत आयुक्त

बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होने पर जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क करें:राहत आयुक्त श्री संजय गोयल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है।
श्री गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भूना चना, 02 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 ली0 केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 ली0 रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 4,646 खाद्यान्न किट, 1125 फूड पैकेट व 24,106 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 151 मेडिकल टीम लगायी गयी है।
श्री गोयल ने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 94 बाढ़ शरणालय तथा 636 बाढ़ चैकी स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 12 जनपदों के 293 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। उन्होंने बताया कि शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर व राप्ती बैराज श्रावस्ती में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रभावित गांवों के पशुओं के लिये चारे हेतु 05 किलो भूसा प्रतिदिन प्रति पशु इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 14 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 3,65,881 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।