योगी ने गोंडा में किया कोविड हॉस्पिटल का किया लोकार्पण

लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 वैश्विक महामारी सेे जारी जंग के बीच जिले को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को जिला अस्पताल गोण्डा में 3237.54 लाख रुपए की लागत से निॢमत 300 शैयायुक्त नवनिॢमत उच्चीकृत चिकित्सालय भवन का लोकार्पण तथा 160 शैयायुक्त कोविड-19 अस्पताल का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 अस्पताल देवीपाटन मण्डल मुख्यालय पर प्रारम्भ हो जाने से मण्डल व आस-पास के जनपदों के कोरोना संक्रमित लोगों को उच्च गुणवत्ता का इलाज व स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगीं तथा इस वैश्विक महामारी से लोगों की जान बचाई जा सकेगी। यह अस्पताल कोरोना से लड़ाई की दिशा में एक और महत्वूपर्ण कदम है।



राजकीय हेलीकॉप्टर से मण्डल मुख्यालय पहुचे प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के  स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, सांसद बृजभूषण शरण भसह के साथ अस्पताल का लोकार्पण व शुभारम्भ किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण किया और जनप्रतिनिधियों, आयुक्त, डीआईजी, डीएम तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोविड-19 एवं जनपद में बाढ़ की स्थिति तथा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।



मुख्यमंत्री ने कहा कि यहंा पर किसी चीज की कमी न हो। कोई भी लंबित मामले ना रहने पाए तथा किसी स्तर पर शिकायत की गुंजाइश ना रहे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा के दौरान कहा कि आगामी 15 सितंबर तक विशेष रूप से सतर्कता बरती जाए तथा संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी बरती जाए। उन्होंने मंडल के प्रत्येक जनपदों में बाढ़ राहत सामग्री व किट जनप्रतिनिधियों के माध्यम से युद्ध स्तर पर वितरित कराने के निर्देश दिए। उन्होने  गोण्डा कोविड हास्पिटल को  डिजिटल फाार्म में एसजीपीजीआई लखनऊ से जोडऩे के निर्देश दिए हैं तथा पर्याप्त मात्रा में स्टाफ बढ़ाने को कहा ताकि जांच का कार्य दो शिफ्टों में हो सके।



मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण को निर्देशित किया कि गोंडा कोविड हॉस्पिटल में विशेष चिकित्सा प्रशिक्षित मेडिकल, पैरामेडिकल स्टाफ तथा उपकरण आदि शीघ्र उपलब्ध करा दें । चिकित्सकों, तकनीशियनों को आवश्यक उपकरण सामग्री मिल जाने से अस्पताल पूरी तरह सक्रिय हो जाए और कोई शिकायत न मिलने पाये। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कृत्रिम अभाव दिखा कर यूरिया की किल्लत पैदा करने तथा महंगे दामों पर बेचकर कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही का निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे काला बाजारियो पर एनएसए लगाकर कारवाई की जाए। उन्होंने सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पेशेवर माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी लाने तथा गौ तस्करी की घटनाओं पर एनएसए के अंतर्गत कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद बलरामपुर में आई एस आई से जुड़ी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि बीट व गांव प्रहरी स्तर तक संवाद स्थापित किया जाए ताकि ऐसी घटनाएं न होने पाए। उन्होंने इंफोर्समेंट की कार्रवाई सुनिश्चित किए जाने के साथ ही निर्देशित किया है कि बॉर्डर व संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने जनपद गोंडा में बच्चे के अपहरण के दौरान पुलिस  द्वारा की गई अच्छी कार्रवाई का उल्लेख करते हुए कहा कि अपरहण की ऐसी दुस्साहसिक घटनाएं ना होने पाए । उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एक-एक गांव का सर्वे कराकर शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराया जाए।



 उन्होंने कहा कि नोएडा 300 बेड का कोविड अस्पताल सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। गोंडा में कोविड अस्पताल के शुभारंभ से पूरे पूर्वांचल को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मंडल के बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर महत्वकंाक्षी जनपद, जो स्वास्थ्य शिक्षा,  कृषि व जीवन क्षेत्र के अन्य संसाधनों में पिछड़े हैं, उनको भी इससे लाभ मिल सकेगा। इस मंडल के तीन जनपद नेपाल सीमा से सटे होने के कारण यह मंडल महत्वपूर्ण है। अब नोएडा और गोंडा में कोविड-19 अस्पताल की स्थापना से प्रदेश के पश्चिमी-पूर्वी क्षेत्र में कोरोना से लड़ाई में इन अस्पतालों का महत्वपूर्ण योगदान हो सकेगा। उन्होंने पूरी दुनिया से तुलना करते हुए कहा कि संसाधनों की उपलब्धता में उत्तर प्रदेश पिछड़ा है फिर भी यहंा पर पूरे देश के सापेक्ष केसेज की संख्या व मृत्यु दर काफी कम है और इनमें निरंतर गिरावट भी आ रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के मार्ग निर्देशन में कोरोना से लड़ी जा रही लड़ाई और समय से उठाए गए प्रभावकारी कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे देश सुरक्षित स्थिति में है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मंडल में तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। जनपद बहराइच में बना मेडिकल कॉलेज इस वैश्विक महामारी में काम आ रहा है तथा बलरामपुर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल जी की कर्म भूमि क्षेत्र में सेटेलाइट सेंटर के रूप में मेडिकल कालेज की स्थापना की जा रही है तथा गोंडा में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की कार्रवाई भी हो रही है। इन तीनों मेडिकल कालेजों से इस क्षेत्र को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जहंा मार्च माह में मात्र 60 कोरोना सैंपल की जांच की क्षमता थी वहीं अब प्रदेश में सर्वाधिक 1.40 लाख कोरोना सैंपल के टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता हो गई है। उन्होंने 150वीं गांधी जयंती के अवसर पर विधानसभा सदन की कार्रवाई लगातार 36 घंटे चलने का उल्लेख करते हुए कहा कि उस दौरान गोंडा के जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई चर्चा व प्रयासों के फलस्वरूप हेल्थ सेक्टर में सशक्तिकरण का अवसर मिला है। उन्होंने विकास को मिशन का हिस्सा बनाने के लिए गोंडा के जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।



मुख्यमंत्री ने इस अस्पताल का स्थलीय निरीक्षण भी किया तथा तैनात कॢमयों से उनके प्रशिक्षण आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वह इस महामारी से डरे नहीं तथा मेहनत से अपना कार्य संपादित करें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में चिकित्सकों, तकनीशियन व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती भी किए जाने को निर्देश दिए हैं। सीएम ने कोविड-19 व बाढ़ के संबंध में मंडलीय अधिकारियों की बैठक करके गहन समीक्षा की। आयुक्त एसवीएस. रंगाराव ने मुख्यमंत्री को कोविड-19 की सैंपभलग कॉन्टेक्ट ट्रेभसग, कोरोना केसेज की भर्ती, एम्बुलेन्स, अस्पताल में बेड की स्थिति आदि के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मण्डल में कुल 196562 सैम्पल लिए गए हैं जिसमें से 5650 केसेज पाजिटिव पाए गए हैं। पाजिटिव पाए गए 5650 मरीजों में से 4065 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। मण्डल में कान्टैक्ट ट्रैभसग, सेम्पभलग की संख्या 39841 है जो 98 प्रतिशत है। मण्डल में कोरोना से मृतकों की संख्या 73 है जो कुल पाजिटिव मरीजों का 1.3 प्रतिशत है।



समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जनपद श्रावस्ती व बलरामपुर में लेवल2 अस्पताल शुरू कराए जाने के निर्देश दिए । उन्होंने चारों जनपदों में एकीकृत कोविड कमान्ड सेन्टर को सतत सक्रिय किए जाने के निर्देश देते कहा कि अधिकाधिक लोगों की ड्यूटी लगाकर यह सुनिश्चित किया जाय कि आने वाली सभी समस्याओं का निस्तारण हो सके। इस सेन्टर में कोविड-19 से सम्बन्धित सभी सूचनाएं उपलब्ध रहें। उन्होंने जनपदवार एक डिप्टी सीएमओ की तैनाती करने के निर्देश देते हुए कहा कि ये जनपद के प्रत्येक अस्पतालों से वार्ता कर कोरोना मरीजों की जांच कराने व उन्हे भर्ती कराने की कार्यवाही सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कोरोना जांच कार्यवाही युद्ध स्तर पर कराए जाने, पाजिटिव मरीजों को समय से अस्पताल पहुचाने, एम्बुलेन्स में आक्सीजन का बैकअप व प्रशिक्षित स्टाफ रखे जाने के भी निर्देश दिए ताकि कोरोना से जीत हासिल की जा सके। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर सर्वें में कोई शिकायत न आने पाये तथा जब तक वैक्सीन न आ जाए तब तक बिना किसी लापरवाही व गलतफहमी के पूरी तरह सतर्क रहकर कोरोना से जंग लड़ी जाए।



बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने 300 शैया युक्त चिकित्सालय एवं गोंडा कोविड-19 हॉस्पिटल के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी। टाटा ट्रस्ट की रीजनल हेड सुश्री अमिता जैन, टाटा ट्रस्ट एवं बिल एण्ड मेभलडा गेट्स फाउन्डेशन के कंट्री डायरेक्टर मेमाना हरि मेनन ने सरकार द्वारा महत्वपूर्ण कार्य में उन्हें भी सम्मिलित किए जाने और पर्याप्त सहयोग दिए जाने पर आभार व्यक्त  किया। इस अवसर पर काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।