मुख्यमंत्री ने चिकित्सा संस्थानों को वर्चुअल आईसीयू के माध्यम से जोड़ने की कार्यवाही के निर्देश दिए
हाई रिस्क ग्रुप को लक्षित करते हुए मेडिकल टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए:अवनीश कुमार अवस्थी
स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन कार्य को निरन्तरता प्रदान किए जाने पर बल:अवनीश कुमार अवस्थी
स्मार्ट सिटी योजना तथा अमृत योजना की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाए:अवनीश कुमार अवस्थी
विशेष आर्थिक पैकेज का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्यवाही की जाए :अवनीश कुमार अवस्थी
फेक न्यूज के तहत अब तक 2634 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई:अवनीश कुमार अवस्थी
प्रदेश में खुलने वाली पहली फाॅरेंन्सिक साईन्स युनिवर्सिटी के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश :अवनीश कुमार अवस्थी
लखनऊ तथा गोरखपुर में बायोटेक द्वारा विकसित की जाने वाली को-वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल अक्टूबर माह से प्रारम्भ होगा: अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सा संस्थानों को वर्चुअल आईसीयू के माध्यम से जोड़ने की कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी आधारित इस व्यवस्था को अपनाकर योग्य एवं अनुभवी चिकित्सकों के द्वारा अधिक से अधिक गम्भीर रोगियों का बेहतर इलाज सुनिश्चित कराया जा सकता है। उन्होंने सभी जनपदों में वेंटीलेटर्स/एचएफएनसी (हाई फ्लो नेजल कैन्युला) को क्रियाशील रखे जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा है कि जिन जनपदों में पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रतिदिन औसतन 100 या उससे अधिक कोविड-19 के केसेज मिले हैं, ऐसे जनपदों में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए माइक्रो प्लानिंग किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा सहित चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा गहन विचार-विमर्श करते हुए कार्य योजना को अन्तिम रूप दिया जाए। इन जनपदों में नोडल अधिकारी नामित किये जाएं। प्रत्येक नोडल अधिकारी के साथ विशेष सचिव स्तर का अधिकारी भी तैनात होगा।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि अधिक से अधिक काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग करते हुए कोरोना के प्रसार पर प्रभावी रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क ग्रुप को लक्षित करते हुए मेडिकल टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोविड-19 के प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट में एक तिहाई आरटीपीसीआर द्वारा तथा शेष जांचें रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से की जाएं। उन्होंने एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्यवाही को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। आवश्यकतानुसार माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन स्थापित किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम पूरी तरह सक्रियता के साथ प्रदेश के विभिन्न मण्डलों में चित्रकूट में 84, झांसी में 366, लखनऊ में 105, अयोध्या में 101, आगरा में 120, अलीगढ़ में 144, बरेली में 124, मुरादाबाद में 157, प्रयागराज में 269, वाराणसी में 127, मिर्जापुर में 78, सहारनपुर में 91, कानपुर नगर में 274, मेरठ में 277, गोरखपुर में 144, आजमगढ़ में 57, देवीपाटन में 110, एवं बस्ती 204 इस प्रकार कुल 2,828 पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थायी लगाये गये है इसको बढ़ाकर 5000 करने के निर्देश समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है तथा गृह विभाग, पंचायतीराज विभाग, नगर विकास तथा परिवहन विभाग द्वारा वृहद कार्ययोजना बनाकर प्रदेश में पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के उपचार सम्बन्धी औषधियों, टेस्टिंग किट्स तथा बचाव में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे मास्क, ग्लव्स, पी0पी0ई0 किट तथा सेनिटाइजर आदि की पर्याप्त एवं सुचारु व्यवस्था बनाए रखी जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति का आकलन करते हुए आने वाले समय की जरूरतों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित कराई जाएं। उन्होंने स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन कार्य को निरन्तरता प्रदान किए जाने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी पर्वों को ध्यान में रखते हुए लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में विशेष रूप से जागरूक किया जाए। त्यौहारों को घर पर ही मनाया जाए। कोई सार्वजनिक आयोजन न किया जाए। त्यौहारों को मनाने में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल के पूर्ण पालन तथा सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने के सम्बन्ध में लोगों को जानकारी दी जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी योजना तथा अमृत योजना की प्रगति की नियमित समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित विशेष आर्थिक पैकेज का पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्यवाही की जाए। अधिक से अधिक कामगारों, स्ट्रीट वेण्डरों को ऋण प्रदान कर लाभान्वित किया जाए। एमएसएमई इकाइयों को पैकेज के माध्यम से लोन उपलब्ध कराने की कार्यवाही प्रभावी ढंग से की जाए। उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में गौ संरक्षण केन्द्रों को सुचारु रूप से क्रियाशील रखे जाने के निर्देश भी दिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि साइबर अपराध से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पहली फोरेंसिंक साइंस विश्वविद्यालय लखनऊ की स्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं उत्तर प्रदेश को विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु नोडल अधिकारी नामित किया गया है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ से भी सहयोग लिया जा रहा है।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस और फोरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय हेतु 20 करोड़ रूपए का प्राविधान किया गया है। इस विश्वविद्यालय के लिए 3 पद कुलपति, कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी के सृजित किये जाएंगे। विश्वविद्यालय में कुल 10 विभाग जिसमें भौतिक विभाग, प्रलेख विभाग, आग्नेयास्त्र अनुभाग, रसायन विभाग, विष विभाग, जीव विज्ञान विभाग, डी0एन0ए0 विभाग, साइबर क्राइम विभाग, व्यवहार विभाग एवं विधि विभाग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में अध्यापन हेतु प्रोफेसर के 14 पद, एसोसिएट प्रोफेसर के 14, असिस्टेन्ट प्रोफेसर के 42 सहित कुल अन्य 496 पद प्रस्तावित हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग द्वारा धारा-188 के तहत 2,29,629 एफआईआर दर्ज करते हुये 4,33,025 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 1,62,37,573 वाहनांे की सघन चेकिंग में 73,905 वाहन सीज किये गये।चेकिंग अभियान के दौरान 84,59,54,164 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,38,859 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1250 लोगों के खिलाफ 925 एफआईआर दर्ज करते हुए 446 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में फेक न्यूज के तहत अब तक 2634 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 24 सितम्बर को कुल 02 मामले, जिनमें फेसबुक के 01, व ट्विटर के 01 मामले को संज्ञान में लिया गये हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 18,828 कन्टेनमेंट जोन के 1,197 थानान्तर्गत, 14,06,985 मकानों के 78,11,953 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 49,506 है। इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाईन किये गये लोगों की संख्या 31,125 है। कल प्रदेश में राज्य परिवहन निगम की 7371 बसों से 11 लाख लोगों ने यात्रा की।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,53,458 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 91,45,828 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत पिछले 24 घंटंे में कोरोना के संक्रमित 4674 नये मामले आये है। प्रदेश में अब तक कुल 3,17,611 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में 24 घंटे में 4922 लोग उपचारित हुए। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 82.19 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 61,300 कोरोना के एक्टिव मामले है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में 31,751 लोग हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पूल टेस्ट के अन्तर्गत कल 3095 पूल की जांच की गयी, जिसमें 2652 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 443 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,18,865 क्षेत्रों में 3,78,266 सर्विलांस टीमों के माध्यम से 2,48,27,422 घरों के 12,32,81,021 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। निजी चिकित्सालयों में 3644 लोग तथा सेमी पेड एल-1 प्लस में 185 लोग ईलाज करा रहे है।
श्री प्रसाद ने बताया कि 22 सितम्बर को प्रदेश के सरकारी अस्पतालों मंे 7,013 बच्चों का जन्म हुआ है। जिनमें से 6,731 नाॅर्मल डिलीवरी, 282 सिजेरियन डिलीवरी हुयी है। उन्होंने बताया कि नाॅन कोविड केयर के अन्तर्गत पिछले वर्ष 01-23 सितम्बर तक सरकारी चिकित्सालयों में मेजर आपरेशन 16,238 हुए जबकि इस वर्ष इसी अवधि में 11,628 मेजर आपरेशन हुये है। श्री प्रसाद ने बताया कि लखनऊ तथा गोरखपुर में बायोटेक द्वारा विकसित की जाने वाली को-वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल अक्टूबर माह से प्रारम्भ होगा।