टैक्स चोरों को मिला आपदा में अवसर 


 


कानपुर।  कानपुर मे प्रदेश में सुपारी, पान मसाला, आयरन एंड स्टील व खाद्य तेल,रैडीमेड गारमेंट सहित अन्य वस्तुएं टैक्स चोरी का खेल वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है। आयुक्त वाणिज्यकर ने विशेष अनुसंधान शाखा को छापेमारी अभियान के तहत रोड चेकिंग करने का आदेश दिया था । उन्होंने कहा है कि एक लाख या इससे अधिक मूल्य के सुपारी, मेंथा आयल, आयरन एंड स्टील व खाद्य तेल लाने-जाने के लिए परिवहन मेमो का दुरुपयोग किया जा रहा है।  कोरोना काल में नागरिकों की परेषानियों को देखते हुए रोड चंेकिग कम कर दी गयी है, उसी का फायदा उठाते हुए सुपारी व्यापारी टैक्स चोरी करते हुए भारी वाहनों से सुपारी का आयात निर्यात खुले आम कर रहे हैं। 


शासन ने 50,000 से एक लाख या इससे अधिक मूल्य के माल को लाने व ले जाने के लिए परिवहन मेमो जारी करने की व्यवस्था की है, लेकिन व्यापारी 50,000 से कम मूल्य का माल दिखाकर परिवहन मेमो नहीं ले रहे हैं। इससे साफ है कि टैक्स चोरी के लिए ऐसा किया जा रहा है। विशेष अनुसंधान शाखा को इस संबंध में कड़ाई से जांच करने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि सुपारी, आयरन एंड स्टील व खाद्य तेल का 50,000 से कम माल ले जाया जा रहा है, तो उसे रोक कर इसकी अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। गड़बड़ी की शिकायत पर दोषियों के खिलाफ मुख्यालय को सूचना दी जाएगी।


कानपुर पान मसाला उत्पादन में अग्रणी है, इसकी वजह से पान मसाला में इस्तेमाल होने वाली सुपाड़ी की यहाँ खाशी खपत है। दक्षिण भारत से आने वाली कीमती सुपाड़ी यहाँ भारी मात्रा में टैक्स चोरी कर लाई जाती है, साथ ही दिल्ली,हावड़ा,लुधियाना प्रान्त से भारी मात्रा में रैडीमेड गारमेंट सहित अन्य वस्तुएं सड़क के रास्ते बिना टैक्स चुकाए कानपुर पहुँचती है। सचल दल के द्वारा कोरोना काल मे सड़क पर माल वाहनों की चेकिंग न किये जाने की वजह से टैक्स चोरों की पौ बारह है ।जिससे राजस्व विभाग को करोड़ो चूना लगा रहें हैं।  सूत्रों का कहना है कि कई ट्रांसपोर्टर अपने गोदामो में भारी मात्रा में सुपाड़ी का स्टॉक जमा कर रखे हैं, जिसको पान मसाला उत्पादकों को सीधे बिक्री कर भाड़े के साथ-साथ माल की कीमत पर भी बेजा मुनाफा कमा जमा कर रखे हैं।  


व्यवसायिक दृष्टिकोड से कानपुर प्रदेश का महत्वपूर्ण शहर है। कोरोना काल मे राज्य गुड्स एवं सेवा कर बिभाग (एसजीएसटी) ने अपने कर्मचारियों,अफसरों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से रोड चेकिंग बंद कर रखी है, लेकिन व्यवसायिक गतिविधिया चालू होने की वजह से प्रदेश के बाहर से आने वाले माल की चेकिंग नही हो रही।  व्यवसाहिक लोग इसका फायदा उठा रहें हैं। चोरी करने वालो को टैक्स चोरी का बेहतरीन अवसर मिला हुआ है।


सनद रहे कि कानपुर में बारह सचल दल इकाइयां है। इन इकाइयों में तैनात ज्यादातर अधिकारी के पास काम न होने की वजह कोरोना काल में कार्यालय में एसी की हवा खा रहे हैं। एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि प्रदेश के राजस्व में इजाफा हो इसके लिए माल वाहनों की चेकिंग जल्द प्रारम्भ किये जाने की जरूरत है। विभागीय अधिकारियों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि रोड चेकिंग के दौरान टैक्स चोरी करने वालों को पकड़ कर उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।