लखनऊ। भले ही यूपी के विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल से ज्यादा बाकी हो, लेकिन भाजपा नेतृत्व जमीनी थाह लेने में जुट गया है। अलग-अलग जिलों की कोर कमेटियों की बैठकें शुरू कर दी गई हैं। काशी व ब्रज के बाद अवध क्षेत्र का जिलावार फीडबैक लेने के लिए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव भसह ने बैठकें शुरू कर दी हैं। उन्होंने पहले दिन लखनऊ, रायबरेली और अंबेडकरनगर की कोर कमेटियों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
हर जिले की कोर कमेटी के साथ लगभग दो-दो घंटे की बैठकें चलीं। इनमें वर्तमान क्षेत्र अध्यक्ष, संबंधित जिले के जिलाध्यक्ष के साथ पूर्व जिलाध्यक्ष, क्षेत्र प्रभारी, प्रभारी मंत्री, विधायक और क्षेत्रीय पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक में 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार के कामकाज को लेकर जनता से फीडबैक लेने के साथ ही विधायकों से सांसदों और सरकार की लोकप्रियता से संबंधित जानकारी जुटाई गई। प्रदेश अध्यक्ष ने विधायकों से उनकी अपेक्षा और सरकार व अधिकारियों को लेकर उनके जिले की स्थिति के बारे में भी फीडबैक लिया। जिले में संगठन की स्थिति जानने के साथ ही विपक्षी दलों की स्थिति के बारे में भी जानकारी जुटाई। विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक कोटे की सीटों के चुनाव पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, इन बैठकों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के रवैये को लेकर भी असंतोष के सुर उभरे। प्रदेश अध्यक्ष ने सार्वजनिक बयानबाजी न करने की हिदायत दी और अपनी बात पार्टी के फोरम पर रखने को कहा। स्वतंत्र देव ने विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से जिलों व उनके क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वे अपने यहंा जो अन्य योजनाएं चाहते हों, उनके बारे में सरकार को जानकारी दें।