माफिया सरगना खान मुबारक की मुश्किलें बढ़ीं

माफिया खान मुबारक और उसके गुर्गों पर रंगदारी और धोखाधड़ी का केस


 महिला को डरा-धमकाकर बेशकीमती जमीन छीनी, केस दर्ज


 









अंबेडकरनगर ।माफिया खान मुबारक तथा उनके गुर्गों पर प्रशासन के शिकंजे के बाद भी उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दिन प्रतिदिन माफिया के खिलाफ लगातार अवैध कब्जे का मामला सामने आ रहा है। बीते गुरुवार को भी हंसवर थाने पर छह वर्ष पूर्व बसखारी में बेशकीमती भूमि पर दबंगई से कब्जा करने के मामले में खान मुबारक तथा उनके दो गुर्गों के खिलाफ अपहरण, रंगदारी, धोखाधड़ी व धमकी समेत अन्य गंभीर आरोपों में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।


जेल में बंद माफिया सरगना खान मुबारक व उसके गुर्गे रेहान पर एक महिला को डरा-धमका कर भूमि की रजिस्ट्री कराने का केस दर्ज हुआ है। एक अज्ञात बैनामा लेखक भी नामजद हुआ है। इसमें अपहरण करने, रंगदारी मांगने व धोखाधड़ी आदि की धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के प्रयास भी शुरू कर दिए हैं।


मामला हंसवर थाना क्षेत्र के मुंडेरा गांव का है। गांव निवासी रीता देवी के अनुसार, मुंडेरा स्थित बेशकीमती भूमि पर माफिया खान मुबारक की निगाह पड़ गई थी। हंसवर थाने में दी तहरीर में कहा गया कि माफिया ने रीता पर कई बार भूमि का बैनामा कर देने का दबाव बनाया।
ऐसा न करने पर 31 जनवरी, 2015 को खान मुबारक के कहने पर उसके गुर्गे रेहान निवासी अमोला बुजुर्ग ने एक अन्य युवक के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया व रजिस्ट्री न करने पर गोली मारने की धमकी दी। डर के चलते उसने हामी भर दी। इसके बाद रेहान उसे टांडा तहसील ले गया, जहां बिना कोई पैसा दिया जमीन का बैनामा करा लिया गया।
बैनामा लेखक ने उस समय उसे न तो रजिस्ट्रार के सामने पेश किया और न ही बैनामा के संदर्भ में उसका बयान ही दर्ज कराया। इसके बाद जमीन पर माफिया खान मुबारक ने कब्जा कर लिया। महिला ने बताया कि उस समय शिकायत करने पर भी उसकी सुनवाई नहीं हुई थी।




हंसवर थाना क्षेत्र के रामपुर बेनीपुर निवासी मुस्ताक अहमद पुत्र अब्दुल लतीफ का बसखारी अंतर्गत मखदूमनगर में आजमगढ़ रोड पर बेशकीमती भूमि था। उसी भूमि पर मुस्ताक अहमद के चाचा मोहम्मद शरीफ भी सहखातेदार थे। सहखातेदार मोहम्मद शरीफ ने मखदूमनगर निवासी हसमुल्लाह खान को अपने हिस्से का कुछ अंश क्रय कर दिया था तथा कुछ दिन बाद ही हसमुल्लाह खान ने खान मुबारक को एग्रीमेंट कर दिया। जिसके बाद खान मुबारक ने मुस्ताक अहमद की भूमि को भी जबरदस्ती रजिस्ट्री कराने की जुगत में लग गया तथा मुस्ताक अहमद पर डरा धमका कर जमीन बैनामा करने के लिए दबाव बनाने लगा। 


इस तरीके से बात ना बनने पर 5 जुलाई 2014 को खान मुबारक के कहने पर उनके गुर्गे रेहान पुत्र मुस्ताक अली निवासी अमोला बुजुर्ग आलापुर तथा दूसरे साथी शादाब निवासी बरही ऐदिलपुर हंसवर के साथ मुस्ताक अहमद को उनके घर से अपहरण कर हरसम्हार ले आए।तथा उन्हें बंधक बनाकर रजिस्ट्री न करने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी देने लगे। डरे सहमे मुस्ताक अहमद ने रेहान के नाम रजिस्ट्री कर दिया।


इसके बाद भी पीड़ित खौफ के बातें में जी रहा था। खान मुबारक पर प्रशासनिक शिकंजा कसने के बाद पीड़ित को भी न्याय की उम्मीद जगी तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ नामजद प्रार्थना पत्र दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर खान मुबारक समेत तीन लोगों के खिलाफ अपहरण, रंगदारी, धोखाधड़ी व धमकी समेत अन्य आरोपों में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपियों के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।